वरना गलती निकालने वाले तो ताज महल में भी निकालते हैं। वरना गलती निकालने वाले तो ताज महल में भी निकालते हैं।
काश! यूं तब कर लिया होता, तू न जाता। जाता, तो लौट आता। काश! यूं तब कर लिया होता, तू न जाता। जाता, तो लौट आता।
मैं औरत हूँ ,औरत ही रहने दो, देवी ना बनाओ। मेरी इज्जत की ठेकेदारी की, अलख ना जगाओ। मैं औरत हूँ ,औरत ही रहने दो, देवी ना बनाओ। मेरी इज्जत की ठेकेदारी की, ...
करो दीवारों संग तुम बाते ढूंढो आले में छिपी यादें। करो दीवारों संग तुम बाते ढूंढो आले में छिपी यादें।
पता नहीं ऐसा क्यों होता है? जब कोई अंजान किसी के लिए कुछ करना चाहता है तो क्यों लोग उसे गलत निगाहों ... पता नहीं ऐसा क्यों होता है? जब कोई अंजान किसी के लिए कुछ करना चाहता है तो क्यों ...
पलकें कभी आंखों पर बोझ नहीं होती दोस्ती कभी बेवजह नहीं होती। पलकें कभी आंखों पर बोझ नहीं होती दोस्ती कभी बेवजह नहीं होती।